बदायूं: दुष्कर्म व जमीन हड़पने के आरोपों पर बोले विधायक हरीश शाक्य
25 साल से वह बेदाग छवि से जनता की सेवा कर रहे हैं। यह उनकी राजनीतिक छवि को धूमिल करने की साजिश

बदायूं: कोर्ट ने एक युवक के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए बिल्सी विधायक हरीश शाक्य समेत 16 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है। पहले दिन कुछ भी कहने में असमर्थता जताने के बाद विधायक अब सामने आए हैं। उन्होंने इसे अपनी छवि धूमिल करने के लिए राजनीतिक षड्यंत्र बताया। कहा कि उनका जमीन से कोई लेना-देना नहीं है। वह किसी भी संस्था से जांच कराने को तैयार हैं।विधायक ने बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से कोर्ट के आदेश की जानकारी हुई थी। यह उन्हें झूठे मुकदमा में फंसाने की साजिश है। 25 साल से वह बेदाग छवि से जनता की सेवा कर रहे हैं। यह उनकी राजनीतिक छवि को धूमिल करने की साजिश है। उनका घटना और संपत्ति से किसी भी प्रकार का लेना-देना नहीं है। उन्होंने और न ही उनकी पत्नी ने कोई प्लाट खरीदा है। रिश्तेदारों ने खरीदा होगा लेकिन उन्होंने पूरे रूपये दिए हैं। बैंक में इसकी पूरी डिटेल होगी। बरेली की फर्म माधव इंफ्रा ने रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराया है। आरोप लगाने वाले युवक ने एसएसपी और आइजी से शिकायत की थी लेकिन संपत्ति का जिक्र किया था बाकी कोई आरोप नहीं लगाया था। इसके अलावा युवक ने 17 सितंबर को दुष्कर्म की घटना की बात कही है जबकि 23 तारीख को सीओ ने माधव इंफ्रा और युवक को एक साथ बैठाकर बयान लिए थे। उस दौरान युवक ने अन्य किसी प्रकार की शिकायत नहीं की थी। कोर्ट का सम्मान करते हैं और पुलिस भी निष्पक्ष जांच करेगी। जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।