बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में मरीज ने चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली
शुक्रवार सुबह हुई घटना से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि घटना के समय प्राचार्य व सीएमएस दोनों ही नदारद

बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में मरीज ने चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह हुई घटना से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि घटना के समय प्राचार्य व सीएमएस दोनों ही नदारद रहे। कॉलेज का चार्ज चिकित्सक दंपती पर है। घटना से कॉलेज की व्यवस्था पर फिर सवालिया निशान लग रहे हैं।संभल जिले के जुनावई थाना क्षेत्र के गांव हथिया वली निवासी सुभाष (30 वर्ष) पुत्र किशन लाल टीबी से ग्रसित थे। वह करीब एक सप्ताह से मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल पर बने टीबी वार्ड में भर्ती थे। शुक्रवार की सुबह उन्होंने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी, जिससे वह प्रथम तल की पक्की जमीन पर आकर गिर गए। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है।
परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप मेडिकल कॉलेज में मरीज के चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या की घटना शुक्रवार की सुबह सात बजे की है। घटना के समय उसके पिता दवा लेने गए थे। इसी दौरान युवक ने खिड़की से छलांग लगा दी थी। पिता ने स्टाफ पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।पहले भी खिड़की से कूदकर मरीज कर चुका है आत्महत्या कोरोना काल में भी एक मरीज ने खिड़की से कूदकर आत्महत्या की थी। इसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने खिड़कियों को ठीक कराने की जहमत नहीं उठाई। इसी वजह से एक बार फिर घटना सामने आई है। मेडिकल कॉलेज लगातार विवादों के घेरे में है। बच्ची की मौत के मामले में कार्रवाई न होना लापरवाही को उजागर कर रहा है। बच्ची की मौत के मामले में तीसरी जांच चल रही है।