बिसौली तहसील क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेस वे की आड़ में धड़ल्ले से खनन किया जा रहा है
सुनील सेंगर और इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने एक जे सी बी और दो डंपर को पकड़ कर सीज कर दिया और खनन विभाग को रिपोर्ट भेज दी

बिसौली तहसील क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेस वे की आड़ में धड़ल्ले से खनन किया जा रहा है।हालत यह है कि बिना अनुमति के गांव अंबियापुर में बड़े पैमाने के खनन कर गांव गुलड़िया में आबादी के नजदीक के तालाब में भराव किया जा रहा था।सूचना पर सी ओ सुनील सेंगर और इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने एक जे सी बी और दो डंपर को पकड़ कर सीज कर दिया और खनन विभाग को रिपोर्ट भेज दी है।लेकिन बिना अनुमति के तालाब पाटने के मामले में प्रशासन ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है।इसके अलावा भी तहसील क्षेत्र में जगह जगह धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है।यहां बता दे कि कोतवाली क्षेत्र के गांव गुलड़िया में आबादी के नजदीक एक हेक्टेयर का निजी तालाब है।जिसे करीब एक वर्ष पूर्व भी भराव कार्य शुरू किया गया था।जिसे शिकायत के बाद उस समय बंद करा दिया गया था।
बीते दिन पड़ोस के गांव अंबियापुर में एक खेत में बिना किसी अनुमति के दर्जन भर से अधिक वाहनों के लाव लश्कर के साथ खनन कर तालाब में भराव किया जा रहा था।कुछ जागरूक लोगों ने खनन माफिया से पूछा तो कहा कि गंगा एक्सप्रेस वे पर मिट्टी जा रही है।इधर गुलड़िया गांव के ग्रामीणों ने तालाब को पाटने का विरोध किया तो असलियत सामने आ गई।पहले तो कुछ राजस्व कर्मियों और हल्के पर तैनात पुलिस कर्मियों ने शिकायत कर्ताओं को गुमराह करने का प्रयास किया।लेकिन मामला उच्च अधिकारीयो के संज्ञान में आने पर पुलिस हरकत में आ गई।सी ओ सुनील सेंगर और इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए तो खनन माफिया और उसके सहयोगी भाग खड़े हुए।पुलिस ने दो डंपर और एक जे सी बी को पकड़ कर थाने ले आई और उसे सीज कर दिया।जिसकी रिपोर्ट भी जिला खनन अधिकारी बृज बिहारी को भेज दी।लेकिन तालाब पाटने के मामले में अभी कोई कार्यवाही नहीं हुई है।जिसको लेकर तरह तरह की चर्चाएं हो रही है।वर्जनइंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने बताया कि खनन करते दो डंपर और एक जे सी बी पकड़ कर सीज कर दी है।जिसकी रिपोर्ट भी खनन अधिकारी को भेज दी है। वर्जनतहसीलदार विजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मामले की नायब तहसीलदार से जांच कराई जा रही है कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा।जांच रिपोर्ट आने पर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।
इनसेटतहसील के एक अधिकारी के इर्द गिर्द रहने वाला गंगा एक्सप्रेस वे के काम काज करने वाले एक प्राइवेट व्यक्ति की भूमिका संदिग्ध होने के कारण तमाम सवाल उठ रहे है।