गांव नागपुर में बिना अनुमति के नमाज अदा करने का विरोध करने पर बहुसंख्यक समाज ने विरोध जताया
।गांव के तनाव पूर्ण माहौल को देखते हुए प्रशासन ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर मामले को शांत करा दिया

गांव नागपुर में बिना अनुमति के नमाज अदा करने का विरोध करने पर बहुसंख्यक समाज ने विरोध जताया था।गांव के तनाव पूर्ण माहौल को देखते हुए प्रशासन ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर मामले को शांत करा दिया था।आज शुक्रवार को पुलिस ने दोनों पक्षों के छः दर्जन से अधिक लोगों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही कर दी।बहुसंख्यक समुदाय के लोगों ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए नाराजगी जाहिर की है।उधर एस डी एम राशि कृष्णा ने दोनों पक्षों के सभी लोगों को दो दो लाख के मुचलका पाबंद कर जमानत पर छोड़ दिया।जिस कारण तहसील कैंपस में देर शाम को काफी गहमागहमी रही।कोतवाली क्षेत्र के गांव नागपुर में अल्पसंख्यक समाज के सलीम नाम के व्यक्ति के घर सामूहिक नमाज अता की जा रहीं थी ।जिसका बहुसंख्यक हिंदू समाज ने विरोध प्रकट किया था।जिसके बाद पुलिस एवं प्रशासन सक्रिय हो गया।मामले की गंभीरता देख एस डी एम राशि कृष्णा, तहसीलदार विजय शुक्ला,सी ओ सुनील संगर, इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह गांव पहुंच गए।प्रशासन ने गुरुवार को दोनों पक्षों को समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया। और नई प्रथा नहीं डालने की चेतावनी दी।
आज शुक्रवार को कोतवाली पुलिस ने बहुसंख्यक समुदाय के पांच दर्जन यानी 58 लोगों और अल्पसंख्यक समुदाय के डेढ़ दर्जन लोगों को निरोधात्मक कार्यवाही के सम्मन तामील करा दिए।जिससे बहुसंख्यक समाज में नाराजगी बढ़ गई है।बहुसंख्यक समाज के लोगों का कहना की पुलिस और प्रशासन ने पक्षपात पूर्ण कार्यवाही की है।कोतवाली में तैनात एक दरोगा ने जानबूझकर हिन्दू समाज के लोगों को चार गुनी संख्या में पाबंद किया है।किसी गैर कानूनी काम की शिकायत करने की कीमत उन्हें देनी पड़ रही है।इन लोगो का कहना था कि गैर कानूनी काम करने वाले लोगों के पक्ष के मात्र अठारह लोगों को पाबंद किया है जबकि हमारे पक्ष 59लोगो को पाबंद किया है।यह सरासर।पक्ष पात है।इधर दोनों पक्षों के लोग शाम करीब पांच बजे अपने अधिवक्ताओं के साथ तहसील कैंपस पहुंच गए जहां जमानत का प्रार्थना पत्र दिया ।जिन्हें एस डी एम राशि कृष्णा ने मुचलका पाबंद कर छोड़ दिया।जिस कारण तहसील कैंपस में काफी गहमागहमी रही