अलीगढ़ : कोल्ड स्टोरों में आलू रखना महंगा होगा। प्रति बोरा लगभग 10 से 15 रुपये तक अतिरिक्त किराया देना होगा। आगामी 30 जनवरी को लखनऊ में होने वाली यूपी कोल्ड स्टोर एसोसिएशन की बैठक में इस पर फैसला होगा।नई फसल का आलू बाजार में आने लगा है। बाकी आलू 15 फरवरी तक खोदा जाना शुरू हो जाएगा। इसके बाद आलू कोल्ड स्टोरों में भंडारण के लिए पहुंचेगा। इस वर्ष कोल्ड स्टोरों में आलू रखना महंगा होगा। प्रति बोरा लगभग 10 से 15 रुपये तक अतिरिक्त किराया देना होगा।आगामी 30 जनवरी को लखनऊ में होने वाली यूपी कोल्ड स्टोर एसोसिएशन की बैठक में इस पर फैसला होगा। इसी बैठक में यूपी की एसोसिएशन का चुनाव भी होना प्रस्तावित है। अलीगढ़ से भी कोल्ड स्टोर स्वामी इसमें भाग लेने के लिए जाएंगे। अलीगढ़ में वर्तमान में 180 कोल्ड स्टोर संचालित हैं। तीन कोल्ड स्टोरों की क्षमता वृद्धि करने के साथ तीन नए कोल्ड स्टोर का लाइसेंस भी बनने की प्रक्रिया में है।30 जनवरी को लखनऊ में यूपी कोल्ड स्टोर एसोसिएशन की बैठक होगी। इसमें आलू भंडारित करने की नई दरें तय होंगी। बढ़ते खर्च और महंगाई को देखते हुए लगभग 10 से 15 रुपये प्रति बोरा तक किराया बढ़ाना तय माना जा रहाशीतगृह का खर्च महंगाई के साथ हर वर्ष बढ़ रहा है। बीते दो वर्ष से कोल्ड स्टोर में आलू रखने का किराया नहीं बढ़ा है। जिससे इसके संचालन में परेशानी हो रही है। किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए दो वर्ष से इसमें कोई इजाफा नहीं हुआ है। इस बार किराया नहीं बढ़ा तो संचालन और मुश्किल होगा। इसलिए किराया बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया
किराया बढ़ने के कारण
- कोल्ड स्टोर में इस्तेमाल होने वाली अमोनिया गैस 75 से बढ़ कर 170 रुपये प्रति किलो पहुंची
- कोल्ड स्टोर की मशीनरी, कलपुर्जे और सालाना रखरखाव लगभग 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ा
- बीते दो वर्ष से आलू की भंडारण अवधि एक महीने (नवंबर) बढ़ाने से कोल्ड स्टोरों पर बढ़ा भार
- कोल्ड स्टोर के स्टाफ और अन्य कर्मियों की तनख्वाह में 20 फीसदी इजाफा करने से बोझ बढ़ा
वर्तमान किराया
150 से 152 रुपये चिप्सोना और 130 से 135 रुपये सादा आलू प्रति बोरा
प्रस्तावित किराया
- 160 से 167 रुपये चिप्सोना और 140 से 150 रुपये सादा आलू प्रति बोरा
- यह किराया फरवरी से अक्तूबर तक के लिए एक सीजन का होता है