बिना अनुमति के डी जे के साथ जुलुश निकालने के बिबाद मे सी ओ के आदेश क़ो दर किनार कर अजब गजब खेल कर दिया
एस पी आर ए डा के के सरोज के हस्तक्षेप और सी ओ संजीव कुमार की नाराजगी के बाद कोतवाली पुलिस ने आनन फानन मे गाड़ी और डी जे क़ो फिर से थाने मे लाकर खड़ा कर दिया

बिसौली बिना अनुमति के डी जे के साथ जुलुश निकालने के बिबाद मे सी ओ के आदेश क़ो दर किनार कर अजब गजब खेल कर दिया!एस पी आर ए डा के के सरोज के हस्तक्षेप और सी ओ संजीव कुमार की नाराजगी के बाद कोतवाली पुलिस ने आनन फानन मे गाड़ी और डी जे क़ो फिर से थाने मे लाकर खड़ा कर दिया हुआ यू की शुक्रबार क़ो गांव परवेजनगर के एक पक्ष के लोग बिना अनुमति के सैनिक राजेश कुमार के अंतष्टि स्थल खलिहान की सरकारी जमीन पर डी जे के साथ जुलुश निकाल रहे थे जिसकी सूचना दूसरे पक्ष के लोगो ने पुलिस क़ो दी और गांव के दोनों पक्ष एक बार फिर से आमने सामने आ गए थेसूचना पर पहुंची पुलिस ने मय गाड़ी के डी जे क़ो हिरासत मे ले लिया जिसके बाद मामला सी ओ संजीव कुमार के संज्ञान मे आने पर उन्होंने बिना अनुमति डी जे और गाड़ी के खिलाफ विधिक कार्यवाही करने और दोनों ओर के लोगो क़ो एहतियातन मुचलका पाबंद करने के निर्देश दिए थे लेकिन कोतवाली पुलिस ने सी ओ के आदेश क़ो दर किनार कर खेल कर दिया कोतवाली पुलिस ने डी जे और गाड़ी क़ो साथगांठ के आधार पर छोड़ दिया जिसकी जानकारी मिडिया कर्मियों के माध्यम से सी ओ संजीव कुमार क़ो हुई तो उन्होंने कोतवाली पुलिस की निरंकुशता क़ो लेकर नाराजगी जाहिर की और गांब मे कोई विवाद बढ़ने पर अधिकारियो क़ो रिपोर्ट भेजनें की चेतावनी दी इधर तहसील दिवस मे मौजूद एस पी देहात डा के के सरोज के संज्ञान मे जब मामला पंहुचा तो उन्होंने भी कोतवाली पुलिस की जमकर क्लास लगाई फिर क्या था आनन फानन मे कोतवाली मे तैनात एक प्रशिक्षु एस आई गांब पहुंचे और डी जे क़ो मय गाड़ी के थाने लाकर खड़ा कर दिया वर्जन एस पी देहात डा के के सरोज ने बताया की दोनों पक्षों के ढाई दर्जन लोगो क़ो पाबंद कर दिया गया हैं और बिना अनुमति के जुलुश निकलने के मामले मे डी जे और गाड़ी के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी
इनसेट
गांब परवेजनगर मे खलिहान की सरकारी जमीन पर मृतक सैनिक राजेश कुमार का स्मारक बनाने के मामले क़ो लेकर पिछले डेढ़ माह से दो पक्षो मे विवाद चल रहा हैँ मृतक सैनिक पक्ष के लोग स्मारक बनाने क़ो लेकर आमदा थे वही दूसरे पक्ष के लोग विरोध कर रहे हैं प्रशासन भी सैनिक के बीमारी से मरने के कारण उसे शहीद का दर्जा देने से इंकार कर चुका हैँ यहाँ तक की एस डी एम राशि कृष्णा और तहसीलदार विजय शुक्ला ने भी खलिहान की सरकारी जमीन पर किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य की अनुमति देने से साफ इंकार कर दिया था इसके बाबजूद बिना अनुमति के जुलुश निकालने का प्रयास किया जा रहा था इसी विवाद क़ो लेकर गांव के दोनों पक्ष आमने सामने हैं