बरेली: नगर निगम से छीनकर पीडब्ल्यूडी को दिए गए कई काम
नगर निगम में पांच साल तक ठेकेदार की एफडी फंसी

बरेली भुगतान न मिलने के कारण कई ठेकेदारों ने नगर निगम के कामों से दूरी बना ली है और पीडब्ल्यूडी में काम करना शुरू कर दिया है। नगर निगम में काम करते थे।इन ठेकेदारों का कहना है कि पिछले साल नगर निगम से अपना भुगतान लेने के लिए उन्हें कोर्ट तक के चक्कर लगाने पड़े थे। कोर्ट ने आदेश दिया तो उन्हें उसी फाइल पर भुगतान कर दिया गया जिस पर एक के बाद एक आपत्ति लगाई जा रही थी। ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि नगर निगम में काम करने के बाद भुगतान आसानी से नहीं मिलता। उनकी लाखों की रकम लंबे समय तक फंसी रहती है। इससे उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ता है। उन्हीं ठेकेदारों के भुगतान आसानी से होते हैं जो अफसरों के चहेते हैं।एनकैप के कई काम जो पहले नगर निगम को दिए गए थे, वह उसके अफसरों की बेपरवाही को देखते हुए अब पीडब्ल्यूडी को सौंप दिए गए हैं। इनमें मिनी बाईपास, मंडी से एयरफोर्स गेट, चौपुला समेत कई मार्गों पर सड़कों की पटरी चौड़ी करने के काम शामिल हैं। ठेकेदारों के मुताबिक नगर निगम के काम वैसे भी मुश्किल हैं। उनके कामों की मेंटीनेंस की अवधि पांच साल है, जबकि पीडब्लूडी में दो साल है। नगर निगम में पांच साल तक ठेकेदार की एफडी फंसी रहती है।