
बदायूं की दातागंज पुलिस ने सोमवार को गुरुग्राम स्थित गूगल ऑफिस में नोटिस तलब कराया है। मुड़ा रामगंगा पुल से 24 नवंबर को कार नदी में गिर गई थी। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ। मुकदमे में अभियंताओं के साथ गूगल के क्षेत्रीय प्रबंधक को भी आरोपी बनाया गया था, लेकिन अब तक पुलिस यह पता नहीं लगा सकी कि इस क्षेत्र का क्षेत्रीय प्रबंधक कौन है। इसके लिए पहले गूगल को नोटिस भेजा गया था। जवाब न आने पर सोमवार को पुलिस नोटिस लेकर गुरुग्राम स्थित कार्यालय पहुंची। कंपनी के प्रबंधकीय टीम को नोटिस रिसीव कराया। नोटिस में पुलिस ने बरेली-बदायूं क्षेत्र के प्रबंधक का नाम व पता मांगा है। दातागंज क्षेत्र में मुड़ा पुल एक साल पहले आई बाढ़ में बह गया था। इस कारण पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया। दीवार भी पुल से पहले लगाई थी, लेकिन ग्रामीण ईंट उठाकर ले गए। 24 नवंबर की रात मैनपुरी निवासी अमित, फर्रुखाबाद निवासी अजीत और नितिन कार से बरेली की तरफ जा रहे थे। यह रास्ता तीनों गूगल मैप के माध्यम से देखा था। जैसे ही तीनों मुड़ा पुल पर पहुंचे तो अंधेरा होने के चलते उन्हें अधूरा पुल नजर नहीं आया और कार नदी में गिर गई थी। इससे तीनों की मौत हो गई थी।इस मामले में दातागंज पुलिस ने नायब तहसीलदार की तहरीर पर चार अभियंता और गूगल मैप के क्षेत्रीय प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस ने सभी को नोटिस भेजा था, लेकिन जवाब नहीं मिला। अधूरे पुल से नदी में गिरी कार को पुलिस ने 35 दिन बाद निकाला। वहीं अब गूगल को दूसरा नोटिस दिया गया है।